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Meri Abhilasa Question Answer
शब्दार्थ :
अभिलाषा - इच्छा, अरमान
विहग - पक्षी, चिडिया
उपवन – बगीचा, वाग
नभ - आकाश, आसमान
अविचल - स्थिर
पथ - रास्ता, राह
चन्दा - शशी, चाँद
धरती - पृथ्वी, धरा
पर्वत – पहाड़, भूधर
मेघ - बादल, घटा
अभ्यास प्रश्नोत्तर
१. नीचे दिये गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए ।
(क) कवि किसके समान चमकना चाहते हैं ?
उ - कवि सूरज, चंदा और तारों के समान चमकना चाहते हैं ।
(ख) शशि हमें क्या देता है ?
उ - शशि हमें शीतलता देता है ।
(ग) कोयल क्या करती है ?
उ - कोयल कुहकुह आवाज से वन-उपवन गुंजित करती है ।
(घ) हमारा स्वभाव किस तरह का होना चाहिए ?
उ - हमारा स्वभाव निर्मल, दृढ़, सहनशील दूसरों की सेवा करने वाला होना चाहिए ।
(ङ) धरती हमें क्या शिक्षा देती है ?
उ - धरती हमें सहनशीलता शिक्षा देती हैं । कविता की पंक्तियाँ पूरी कीजिए ।
२.(क)
उ - नभ से निर्मलता लूँ
शशि से शीतलता लूँ ।
(ख)
उ - सेवा के पथ पर मैं,
सुमनों-सा बिछ जाऊँ ।
भाषा अध्ययन
३. 'क' को 'ख' के सही शब्दों से मिलाइए ।
उ- 'क'
'ख'
फूल - सुमन
शीतल - ठंडा
पृथ्वी- धरती
पक्षी- विहग
४. विलोम शब्द लिखिए ।
उ - ठंडा-गर्म
शान्त - अशांत
स्थिर - अस्थिर
आलोक - अंधेरा
५. नीचे दिये गये शब्दों को लेकर वाक्य बनाइए ।
सूरज, विहग, शीतल, सेवा, अविचल
उ - सूरज - सूरज पूर्व दिशा में उदय होता है ।
विहग - आकाश में विहग उड़ रहे हैं ।
शीतल - चंद्रमा की शीतल चाँदनी सुहावनी होती है ।
सेवा - बड़ों-बूढ़ों की सेवा करो ।
अविचल - ये पहाड़-पर्वत अविचल हैं ।
६. निम्न प्रश्नों के उत्तर लिखिए ।
(क) भविष्य काल किसे कहते हैं ?
उ - क्रिया के जिस रूप से काम के आने वाले समय में होने का बोध होता है उसे भविष्यकाल कहते हैं ।
(ख) भविष्य काल कितने प्रकार के होते हैं ?
उ - भविष्यकाल तीन प्रकार के होते हैं ।
(ग) भविष्य काल के पाँच उदाहरण दीजिए ।
उ - (i) रॉकी भुवनेश्वर जाएगा ।
(ii) मैं गीत गाऊँगी ।
(iii) संभवत: उमेश कल आए ।
(iv) वह आए तो मैं जाऊँ ।
(v) मैं पत्र लिखूँगा ।
अनुशीलनी वहिर्भूत अतिरिक्त प्रश्न और उत्तर
नीचे दिये गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए ।
१. परिवेश क्या देता है ?
उ - व्यक्ति को मति, गति, नीति सब परिवेश देता है ।
२. मेरी अभिलाषा कविता कवि कौन है ?
उ - मेरी अभिलाषा कविता का कवि द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी हैं ।
३. परिवेश क्या देता है ?
उ - व्यक्ति को मति, गति, नीति सब परिवेश देता है
४. में किससे निर्मलता और किससे शीतलता लूँ ?
उ - नभ से निर्मलता और शशि से शीतलता लेना चाहिए ।
५. कवि कैसा चहकना चाहते हैं ?
उ - कवि विहगों सा चहकना चाहते हैं ।
६. कवि किसकी तरह लहराना चाहते है ?
उ - कवि सागर की तरह लहराना चाहते हैं ।
७. सेवा की पथ पर मुझे क्या करने की अभिलाषा है ?
उ - सेवा के पथ पर मैं, सुमनों-सा बिछ जाऊँ, यह मेरी अभिलाषा है ।
८. फूल और विहगों सा मैं क्या करूँ ?
उ - मैं फूलों-सा महकूँ और विहगों सा चहकूँ ।
९. कवि नभ से क्या लेना चाहते हैं ?
उ - कवि नभ से निर्मलता लेना चाहते हैं ।
१०. निर्देश अनुसार उत्तर दीजिए.
(क) वचन बदलिए -
तारा, मैं, अभिलाषा, फूल, मेघ, मेरी
उ - तारा -तारे
मैं - हम
अभिलाषा - अभिलाषाएँ
फूल- फूल
मेघ - मेघ
मेरी -हमारी
-
(ख) समान अर्थवाले शब्द लिखिए -
नभ, विहग, सूरज, उपवन, सागर, चन्दा, सुमन, धरती, पर्वत
उ- नभ - आसमान, आकाश
विहग - पक्षी, खेचर, पंछी
सूरज - सूर्य, तपन, दिवाकर
सूरज - सूर्य, तपन, दिवाकर उपवन - बगिचा, बाग
सागर समुद्र, रत्नाकर
चन्दा - चाँद, शशि, चन्द्रमा
सुमन पुष्प, फूल
धरती - बसुधा, पृथ्वी
पर्वत - पाहाड़, भूधर
(ग) विलोम शब्द लिखिए
निर्मल, धरती, उज्वल, शीतल
उ - निर्मल - दूषित
धरती - अम्बर
उज्ज्वल - मलिन
शीतल - उष्म
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